नन्दीजी ने शिवजी से कहा - पार्वती जी को समझाए,
मोटे हो रहे हैं गणपतिजी, उन्हें अधिक लड्डू न खिलाए।
शिव बोले - जिस तरह मैने दुनिया को बचाने के लिये विष धारण कर दिखाया है,
उसी तरह गणपति ने भी स्वय़ं लड्डू खाकर दुनिया को मोटापे से बचाया है।
यह बात और है कि सन्देश मानव के समझ में नहीं आया है।